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अधिनियम 40(9) एवं (10) के तहत प्रमाणपत्र - 2020/03/31

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केंद्रीय संचार

‘नवरत्न’ कंपनी और देश की ‘सेंट्रल ट्रांसमिशन यूटिलिटी (सीटीयू)’, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (POWERGRID) को वित्त वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून, 2016) में रू. 1,819 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ है, जो कि 30 जून, 2015 को समाप्त समान तिमाही के दौरान दर्ज रू. 1,343 करोड़ से 33 प्रतिशत अधिक है।
पहली तिमाही (अप्रैल-जून, 2016) की कुल आय बढ़कर रू. 6,259 करोड़ हो गई, जो पिछले वर्ष की समान अवधि के रू. 4,793 करोड़ के मुकाबले 31 प्रतिशत अधिक है।
एकल आधार पर, पावर ग्रिड ने वित्त वर्ष 2015-16 में रू. 21,281 करोड़ के टर्नओवर पर रू. 6,027 करोड़ का शुद्ध मुनाफा दर्ज कराया था।

चालू वित्त वर्ष अर्थात 2016-17 के शुरूआती चार महीनों (अप्रैल 16-जुलाई 16) में, पावर ग्रिड ने 10,815 एमवीए की कुल परिवर्तन क्षमता वाले 2,374 सीकेएम ट्रांसमिशन लाईंस एवं छः सबस्टेशंस जोड़ा है। अप्रैल’16-जुलाई’16 की अवधि के दौरान शुरू किये गये कुछ प्रमुख ट्रांसमिशन एलिमेंट्स 400केवी डी/सी रांची-चंदवा, 400केवी डी/सी चंदवा-गया, 765के/वी डी/सी वाराणसी-कानपुर, 765के/वी एस/सी कानपुर-झटिकरा, 400केवी डी/सी पंचकुला-पटियाला, 400केवी डी/सी रूड़की-सहारनपुर और पुणे की पुणे-औरंगाबाद ट्रांसमिशन लाईन की लीलो, राजपुरा की देहार-भिवानी ट्रांसमिशन लाईन, पांडियाबिल की बारीपाड़ा-डुबरी-मेंधासल ट्रांसमिशन लाईन और एनपी कुंटा की कुडप्पा-कोलार ट्रांसमिशन लाईन शामिल हैं। उक्त अवधि में एनपी कुंटा, बागपत, चंदवा, सहारनपुर और कानपुर में सबस्टेशंस शुरू किये गये। 
उक्त अवधि के दौरान, पावर ग्रिड ने ER-NR अंतर-क्षेत्रीय 765 kV S/C गया-वाराणसी ट्रांसमिशन लाइन भी शुरू किया और इस प्रकार, नेशनल ग्रिड की अंतर-क्षेत्रीय विद्युत स्थानांतरण क्षमता में 2100 मेगावाट की वृद्धि की।

इसके साथ ही, 31 जुलाई, 2016 को पावर ग्रिड की भौतिक परिसंपत्तियों में 131,700 सीकेएम, 265,500 एमवीए से अधिक की परिवर्तन क्षमता वाले 213 सबस्टेशंस शामिल हैं। 
उत्कृष्ट रखरखाव तकनीकों के उपयोग से, वर्ष 2015-16 के दौरान ट्रांसमिशन सिस्टम की औसत उपलब्धता 99.72 प्रतिशत बनायी रखी गई और चालू वर्ष में, वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 99.78 प्रतिशत बनाये रखा गया है। 
तकनीक की दृष्टि से और अधिक प्रगतियां भी की गईं और वित्त वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में, पावर ग्रिड के बीना, एमपी स्थित 1200 केवी के नेशनल टेस्ट स्टेशन से विद्युत प्रवाह शुरू हुआ। जहां तक परिसंपत्ति प्रबंधन का सवाल है, कंपनी ने पहली बार मानवरहित हवाई वाहन (यूएवी/ड्रोन्स) को उपयोग में लाया। 
पावर ग्रिड ने हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय औद्योगिक व्यापार मेला, इन्नोप्रॉम 2016 में भाग लिया जिसका आयोजन जुलाई 2016 में रूस ने किया था और व्यापार मेला में इसके पैवेलियन को ‘बेस्ट पीएसयू पैविलियन’ से सम्मानित किया गया। 
पहली बार, पावर ग्रिड को द इकॉनमिक टाईम्स के साथ मिलकर ‘द ग्रेट प्लेस टू वर्क/ इंस्टीट्यूट’ द्वारा ‘वन ऑफ इंडियाज बेस्ट कंपनिज ऑफ रूस टू वर्क फॉर’ 2016 के लिए सम्मानित किया गया है, जिसमें 800 से अधिक भारत की कंपनियों ने हिस्सा लिया था।