श्री नवीन श्रीवास्तव
भारत सरकार के स्वामित्व वाली पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड गर्वपूर्वक दिनांक 08 अगस्त, 2024 से प्रभावी श्री नवीन श्रीवास्तव को निदेशक (संचालन) के रूप में नियुक्त करने की घोषणा करता है। यह रणनीतिक नेतृत्व परिवर्तन पावरग्रिड के परिचालन कौशल के लिए नवाचार और उत्कृष्टता के एक नए युग का प्रतीक है।
57 वर्षीय श्री नवीन श्रीवास्तव के पास विषय-विशेषज्ञता और अनुभव का भंडार है। वे एक निपुण इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं, जिन्होंने प्रतिष्ठित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान - दुर्गापुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (ऑनर्स) में स्नातक की उपाधि प्राप्त की है व प्रबंधन विकास संस्थान, गुड़गांव में एक सामान्य प्रबंधन कार्यक्रम तथा हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से हार्वर्ड मैनेज मेंटर कार्यक्रम के माध्यम से अपने नेतृत्व कौशल का निरंतर विकास किया है।
संचालन के क्षेत्र में दो दशकों से अधिक के अनुभव के साथ, श्री श्रीवास्तव ने संचालन और रखरखाव (ओ एंड एम), परीक्षण और कमीशनिंग (टी एंड सी), और अत्याधुनिक स्काडा और संचार प्रौद्योगिकियों सहित कई संबंधित पहलुओं में लगातार सफलता हासिल की है। उनके नेतृत्व के दौरान पुरानी काशी (वाराणसी) में प्रसिद्ध भूमिगत केबल बिछाने की परियोजना को सुसंपन्न किया गया, जिसने माननीय मुख्यमंत्री और अंतर्राष्ट्रीय गणमान्य व्यक्तियों से प्रशंसा अर्जित की। इसके अलावा, उन्होंने बिलासपुर में 765 केवी पूलिंग उपकेंद्र के चालू होने के साथ-साथ एचवीडीसी रिहंद-दादरी लिंक और एचवीडीसी विंध्याचल बीटीबी लिंक के रिमोट ऑपरेशन, डायनेमिक स्थिरता के लिए लखनऊ, उ.प्र. में स्टेटकॉम (+/- 300 एमवीएआर), यूएनएमएस के तहत क्षेत्रीय भार प्रेषण प्रणाली की संचार प्रणाली की केंद्रीकृत निगरानी की स्थापना आदि जैसी नई तकनीकों के अनुकूलन के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
श्री श्रीवास्तव ने दो साल के लिए छह पूर्वोत्तर राज्यों में विश्व बैंक और विद्युत मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित एनईआरपीएसआईपी (पूर्वोत्तर क्षेत्र पावर सिस्टम इम्प्रूवमेंट प्रोजेक्ट) परियोजना का नेतृत्व किया। अत्यंत महत्वपूर्ण 132 केवी लाइनों के लिए संचार लिंक बढ़ाने में उनकी विशेषज्ञता और पणजी में एसएलडीसी के साथ गोवा में आरटीयू और एससीएडीए प्रणाली को चालू करने में उनकी अहम भूमिका वास्तव में उत्कृष्टता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
पावरग्रिड के उत्तरी पूर्वी क्षेत्र और उत्तरी क्षेत्र -3 के प्रमुख के रूप में, श्री श्रीवास्तव के नेतृत्व ने पारेषण प्रणाली के प्रदर्शन को नई दिशा दी तथा एक नया बेंचमार्क स्थापित किया है जो पावरग्रिड के उच्चतम मानकों के साथ प्रतिध्वनित होता है। उनकी रणनीतिक दृष्टि और निरंतर प्रगति के लिए प्रयास यह सुनिश्चित करता है कि पावरग्रिड ऊर्जा क्षेत्र में सबसे आगे रहे तथा विश्वसनीयता और नवाचार के साथ भारत के भविष्य को शक्ति प्रदान करे।
उनके नेतृत्व में, पावरग्रिड अभूतपूर्व विकास और नई उपलब्धियों के युग की शुरुआत करने के लिए तैयार है, जो उद्योग के मानकों को पुनर्परिभाषित करता है और वैश्विक विद्युत पारेषण परिदृश्य में एक मार्गदर्शक के रूप में अपनी स्थिति को सशक्त करता है। उनकी रणनीतिक दूरदर्शिता और अभिनव दृष्टिकोण के साथ पावरग्रिड नई ऊंचाइयों पर जाने के लिए प्रतिबद्ध है तथा यह सुनिश्चित करता है कि एक तरफ पावरग्रिड तकनीकी प्रगति और परिचालन उत्कृष्टता की दृष्टि से अत्याधुनिक बना रहे, तो दूसरी तरफ अटूट विश्वसनीयता और नवाचार के साथ भारत के प्रगति-रथ का आगे बढ़ना जारी रखे।